कभी हुआ नही
अक्सर होता है ऐसा
मैं लिख देता हूँ नाम तुम्हारे
ढेरों प्रेम कविताएं
पर भेज नही पाता तुम तक
कारण क्या है ये तुम जानती हो
और मैं भी
पर ये भी तो मालूम है तुम्हें
तुम्हें लिखने के आलावे कुछ और लिक्खा भी हूँ
ऐसा कभी हुआ नहीं
तुम्हारी याद आई और उस अहसास ने मुझे छुआ नही
ऐसा भी तो कभी हुआ नही
हां... तुम और मैं हम से काफी दूर
भटक रहे हैं भीड़ की बीहड़ों में
पुनर्जन्म की कोरी बातों में
और तन्हा सिसकती रातों में
अपने पहले स्पर्श से
अंतिम आलिंगन तक
तुमने दी मुझको कभी दुआ नही
ऐसा भी तो कभी हुआ नहीं।
Dev...
२१-०६-२०२२
Suryansh
20-Oct-2022 11:35 PM
लाजवाब
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Sachin dev
15-Oct-2022 07:08 PM
Nice 👌🏻
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Ayshu
15-Oct-2022 05:40 PM
Nice
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